अगले माह 22-24 मार्च के बीच बॉम्बे एक्जीबिशन सेंटर, गोरेगांव में तीन दिवसीय प्रदर्शनी में रसायन, प्लास्टिक, निर्माण व खनन उद्योग और संबद्ध उत्पादों के निर्यातकों का प्रदर्शन (कैपइंडिया 2018 का तीसरा संस्करण) किया जाएगा। संयुक्त रूप से यह आयोजन केंद्र सरकार के वाणिज्य विभाग के तत्वावधान में होगा, जिसे रसायन और पेट्रोकेमिकल्स विभाग का समर्थन हासिल है।

कैप इंडिया 2018 संयुक्त रूप से चार निर्यात पदोन्नति परिषदों शैलक और वन उत्पादों (SHEFEXIL), प्लास्टिक (PLEXCONCIL), बुनियादी रसायनों, सौंदर्य प्रसाधन और रंग (CHEMEXIL) और रासायनिक व संबद्ध वस्तुओं (कैपिएक्सिल) द्वारा आयोजित की गई है। इस साल 30 देशों के 400 से अधिक विदेशी खरीदारों को आकर्षित करने की उम्मीद है, जिसमें 700 प्रदर्शक पंजीकृत है। समारोह में 10,000 से अधिक आगंतुकों के शामिल होने की संभावना है। प्रदर्शनी रसायनों, प्लास्टिक, निर्माण और खनन उद्योगों के लिए सबसे बड़ी आउटसोर्सिंग और नेटवर्किंग इवेंट में से एक है। गुजरात कैप इंडिया 2018 का भागीदार राज्य है। वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के संयुक्त सचिव श्यामल मिश्रा ने कहा, ‘वैश्विक व्यापार और उत्पादन 2008 के बाद से बहुत तेजी से बढ़ रहा है। हमें इन अवसरों का फायदा उठाना होगा। सेफेक्सिल के चेयरमैन एस के घोष ने कहा कि सितंबर 2016 में 117.64 मिलियन यूएस डॉलर की तुलना में सितंबर 2017 में निर्यात में 26.06 प्रतिशत या 143.60 मिलियन डॉलर की वृद्धि हुई। प्लास्टिक एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल के अध्यक्ष अशोक बसाक ने कहा, ‘नवंबर 2017 के दौरान भारत ने 671.56 मिलियन यूएस डॉलर के प्लास्टिक का निर्यात किया गया। बेसिक केमिकल्स, कॉस्मेटिक्स एंड डाईज एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल के चेयरमैन सतीश वाघ ने कहा, ‘ कैपइंडिया 2018 पहले से कहीं ज्यादा बड़ा और बेहतर होगा। कॉमेक्सिल के अध्यक्ष आर. वीरामणी ने कहा, ‘यह केंद्रीय बजट वित्त वर्ष 2019 और जीएसटी के कार्यान्वयन के बाद मेगा इंडस्ट्रीज का पहला इवेंट है।