बीएसएफ जवान तेज बहादुर का एक और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में तेज बहादुर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इंसाफ की मांग करते हुए आरोप लगाया है कि उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है। बीएसएफ मुख्यालय ने वीडियो की पुष्टि करते हुए कहा है कि यह तेज बहादुर का ही है। इससे पहले तेज बहादुर के परिवार ने भी आरोप लगाया था कि जवान को धमकाया जा रहा है और उन्हें मानसिक यातना दी जा रही है। मालूम हो कि खराब खाने को लेकर सोशल मीडिया में वीडियो जारी करने के बाद तेज बहादुर चर्चा में आए थे। उनके खिलाफ गठित जांच अपने अंतिम चरण में है और जल्द ही उसकी रिपोर्ट सौंप दी जाएगी। हालांकि गृह मंत्रालय ने तेज बहादुर के नए वीडियो पर कड़ी आपत्ति जताई है और उसकी भी जांच के आदेश दे दिए हैं।

इस बार क्‍या है

नए वीडियो में तेज बहादुर ने कहा है कि 10 जनवरी, 2017 से मेरा मोबाइल फोन ले लिया गया है। उसने अंदेशा जताया है कि उसके फोन के साथ छेड़छाड़ किया जा सकता है और हो सकता है कि यह बताया जाए कि उसके संबंध पाकिस्तान से हैं। वीडियो में तेज बहादुर ने कहा है कि भ्रष्‍टाचार सामने लाने पर उसकी जांच की जा रही है। उन्‍होंने अपने वीडियो में कहा, ‘मैंने अपने विभाग में भ्रष्‍टाचार को उजागर किया है क्‍योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चाहते थे कि भ्रष्‍टाचार से लड़ा जाए। मैं सभी लोगों से अपील करता हूं कि वे पीएम मोदी से पूछें कि उन्‍हें परेशान क्‍यों किया जा रहा है।’ बताया जा रहा है कि इस वीडियो को उसके परिवार की ओर से रिलीज किया गया है। तेज बहादुर ने लोगों से कहा है कि वे उसके खिलाफ फैलाई जा रही अफवाहों पर ध्‍यान न दें। यह बात उन्‍होंने उन खबरों के सिलसिले में कही है जिसमें कहा गया था कि वह पाकिस्‍तान में मौजूद अपने समकक्षों की राजनीति का शिकार हो गए हैं। तेज बहादुरी के फेसबुक पेज की जांच भी की गई थी जिसमें सामने आया था कि फेसबुक पर उनके पाकिस्‍तानी दोस्‍तों की संख्‍या अच्‍छी खासी है। उसके पहले वीडियो को 99 लाख लोगों ने लाइक किया था और 44 लाख लोगों ने इसे देखा था।

बताया जा रहा है कि यह वीडियो जम्‍मू के गेस्‍ट हाउस में शूट हुआ है जहां पर तेज बहादुर की मुलाकात उनकी पत्‍नी से हुई थी। यह मुलाकात दिल्‍ली हाई कोर्ट के आदेश के बाद फरवरी में हुई थी। गृह मंत्रालय के एक अधिकारी के मुताबिक यह वीडियो इस मुलाकात के दौरान ही शूट हुआ है। तेज बहादुर का फोन ले लिया गया था लेकिन हो सकता है उनकी पत्‍नी ने उन्‍हें नया फोन दिया हो। यह वीडियो उसी फोन से शूट हुआ है और यह अनुशासनहीनता है। कहा जा रहा है कि हो सकता है वीडियो के पीछे कोई प्रोफेशनल हो क्‍योंकि वीडियो को एडिट किया गया है और इसमें कैप्‍शन भी है। फिलहाल इस बात की जांच भी की जा रही है।

जांच जल्द होगी पूरी

उनके पहले वीडियो के आने के बाद बीएसएफ की ओर से उनके खिलाफ कोर्ट ऑफ इनक्‍वॉयरी शुरू हो गई। साथ ही यादव की वॉलेंट्री रिटायरमेंट की अपील भी खारिज कर दी गई। सैन्य अधिकारियों ने बताया कि स्टाफ कोर्ट ऑफ एन्क्वायरी जल्द ही अपनी जांच पूरी कर लेगा और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के महानिदेशक को अपनी सिफारिशें सौंपेगा। इस बीच गृह मंत्रालय ने यादव के नए वीडियो पर कड़ी आपत्ति जताते हुए बीएसएफ से इस पर जांच के हिस्से के तौर पर ध्यान देने को कहा है। मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि यादव ने अनुशासन की सीमा पार की और दूसरा वीडियो डालकर सेवा नियमों को तोड़ा है।