अभिषेक रंजन सिंह।

पाकिस्तान के कबायली पाराचिनार इलाके में भीषण बम धमाका हुआ है। इस धमाके में 22 लोगों के मरने की खबर है, जबकि दर्जनों लोग इसमें जख्मी हुए हैं। पाकिस्तानी मीडिया के हवाले से बताया जा रहा है कि यह धमाका एक शिया मस्जिद के निकट हुआ है। मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है, क्योंकि यह इलाका एक भीड़भाड़ वाला है। गौरतलब है कि यह धमाका ऐसे वक्त हुआ है, जब लोग जुमे की नमाज के लिए मस्जिद आ रहे थे। चूंकि पाकिस्तान में शुक्रवार के दिन सरकारी छुट्टी रहती है, इसलिए बाजारों में भीड़ अन्य दिनों के मुकाबले अधिक रहती है।

बम धमाके की सूचना मिलते ही भाड़ी संख्या में सुरक्षाबल मौके पर पहुंच गए और पूरे इलाके की घेराबंदी कर सघन तलाश की जा रही है। घायलों को पुलिस की मदद से नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। फिलहाल इस पूरे इलाके में तनाव की स्थिति बनी हुई है। सूबे की सरकार ने आपात स्थिति घोषित कर दी है। इंटर-सर्विस पब्लिक रिलेशन्स ने एक बयान में कहा कि सेना के एक हेलीकॉप्टर को भी घायलों को लाने के लिए पाराचिनार भेजा गया है। वहीं इस घटना के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने हमले पर शोक जताते हुए कहा है कि सरकार आतंकवाद को पूरी तरह खत्म करने के लिए प्रयासरत है।

फिलहाल इस हमले की जिम्मेदारी किसी संगठन ने नहीं ली है, लेकिन माना जा रहा है कि इसके पीछे आईएसआईएस या शिया विरोधी आतंकी संगठन का हाथ हो सकता है। उल्लेखनीय है कि पाराचिनार इलाके में इससे पहले भी कई बम धमाके हुए हैं। इस घटना के पूर्व  फरवरी में पाकिस्तान के सिंध सूबे के सहवान में मशहूर लाल शाहबाज कलंदर सूफी दरगाह पर आईएसआईएस के आत्मघाती हमले में 88 लोगों की मौत हो गई थी और करीब 250 लोग घायल हो गए थे। कुछ साल पहले लाहौर के मशहूर दाता दरबार सूफी दरगाह पर भी आत्मघाती हमले हुए थे, जिसमें दर्जनों जायरीनों की मौत हो गई थी।

साल 2005 से पाकिस्तान की 25 से अधिक दरगाहों पर हमले हुए हैं, जिसमें सैकड़ों लोगों की जानें गईं हैं। लेकिन पाकिस्तान सरकार आतंकवाद से निपटने में नाकाम साबित हो रही है। नतीजतन यही आतंकवाद अब पूरे पाकिस्तान में फैल चुका है।