लखनऊ। बुलंदशहर में राजमार्ग पर एक महिला और उसकी नाबालिग बच्ची से सामूहिक दुष्‍कर्म के मुद्दे को लेकर राजनीति गरमाती जा रही है। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान ने एक चौंकाने वाला बयान देकर विवाद बढ़ा दिया है, जिससे जनाक्रोश फैल रहा है। केंद्र ने इस मामले में उत्तर प्रदेश सरकार से रिपोर्ट मांगी है। आजम खान के बयान की व्‍यापक आलोचना हो रही है, क्‍योंकि उन्होंने कहा कि बुलंदशहर हाइवे पर 29 जुलाई की रात मां-बेटी के साथ गैंगरेप के पीछे राजनीतिक साजिश हो सकती है। हमें इस बात की जांच करने की जरूरत है कि इसके पीछे सरकार की छवि खराब करने की विपक्षियों की साजिश तो नहीं है। सूबे में चुनाव नजदीक हैं इसलिए सत्ता की लोभी कई पार्टियां किसी भी हद तक गिर सकती हैं। कानून व्यवस्था के मुद्दे पर पहले से घिरी अखिलेश सरकार की मुसीबतें आजम खान के इस बयान ने बढ़ा दी हैं।

इस बयान के बाद आजम खान पर विपक्ष लगातार निशाना साध रहा है। विपक्षी दलों ने आजम खां का इलाज कराने की बात कही है। उधर, वरिष्ठ नेता रामगोपाल यादव ने बुलंदशहर रेप केस को लेकर मीडिया पर पक्षपाती होने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि मीडिया दिल्ली रेप पर कुछ नहीं कह रहा और सिर्फ यूपी सरकार को निशाने पर ले रहा है। पुलिसवालों के सोने पर उन्होंने कहा कि क्या आप लोग नहीं सोते हैं? आप ये नहीं दिखाते कि हमने सभी ऑफिसर्स को सस्पेंड कर दिया है।

बुलंदशहर कांड को लेकर यूपी सरकार को निशाने पर लेते हुए भाजपा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें भाजपा प्रवक्ता श्रीकांत शर्मा ने अखिलेश सरकार और आजम खान पर जमकर निशाना साधा। उन्‍होंने कहा है कि बुलंदशहर कांड पर आजम जी ने जो कहा, बहुत ही शर्मनाक है। उन्होंने कहा है कि भाजपा बुलंदशहर घटना की कड़े शब्दों में निंदा करती है और इस घटना की सीबीआई जांच की मांग करती है। दुःख की इस घड़ी में हमारी संवेदनाएं पीड़ित परिवार के साथ हैं, हम जल्द-से-जल्द आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग करते हैं। भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य की अगुवाई में पीड़ित परिवार से मिलने गया। इस टीम में संजीव बालियान और महेश शर्मा जैसे केंद्रीय मंत्री भी शामिल थे।