उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस पूरे मामले पर आईजी पुलिस से रिपोर्ट मांगी है। वहीं बीएचयू के कुलपति ने इस पूरे आंदोलन को बाहरी तत्वों की साजिश बताया है। प्रो। गिरीश चंद्र त्रिपाठी ने कहा की छात्रों का हंगामा विश्विद्यालय को बदनाम करने की साजिश है। शनिवार रात को परिसर हिंसा में बाहरी लोग शामिल थे। उन्होंने कहा की उपद्रव की घटना बाहरी लोगों की देन है। हमारे विश्विद्यालय के छात्रावास में करीब 25 हजार छात्र रहते हैं और हमें इस बात की ख़ुशी है, वे उपद्रव में शामिल नहीं थे। उन्होंने कहा कि विश्विद्यालय में बाहरी लोगों का प्रवेश तब से है, जब से विश्विद्यालय बना है। अब हम कोशिश करेंगे की विश्विद्यालय परिसर में बाहर के लोगों का आना जाना बंद किया जाए।

गुरूवार शाम 6 बजे के आसपास पीड़ित छात्रा जब हॉस्टल वापस आ रही थी, तभी बाइक सवार लड़कों ने उससे बीएचयू कैंपस में छेड़छाड़ की।  बताया जा रह है कि छात्रा, लॉ फैकल्टी से त्रिवेणी कॉम्प्लेक्स जाने वाली रोड पर शाम को वापस आ रही थी। इस बीच बाइक सवार लड़कों ने उसके साथ गलत हरकतें करना शुरू कर दिया। गौर करने वाली बात है कि घटना से थोड़ी दूर चौराहे पर ही प्रॉक्टर्स ड्यूटी पर होते हैं। इस घटना की शिकायत कई स्तर पर करने के बावजूद कोई भी कार्रवाई नहीं हुई और छात्राओं को विरोध प्रदर्शन का सहारा लेना पड़ा।