bread

मैगी के बाद ब्रैड पर सेहत के लिए नुकसानदेह साबित होने की खबर आ रही है। खबर है कि ब्रेड खाने से कैसंर की संभावना बढ़ जाती है। पर्यावरण पर नजर रखने वाली संस्था CSE यानी सेंटर फॉर साइंस एंड इनवायरमेंट ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। सेंटर फॉर साइंस एंड इनवायरनमेंट के मुताबिक  बेकरी प्रोडक्ट्स में एक विशेष केमिकल की वजह से कैंसर हो सकता है।

शहरों के नियमित खान-पान में शामिल हो चुके ब्रेड को रोज खाने से कैंसर हो सकता है। सीएसई ने जब जांच करवाई तो दिल्ली से लिए गए ब्रेड के चौरासी फीसदी नमूनों में पोटाशियम ब्रोमेट के अंश मिले हैं।सीएसई के एक अध्ययन में यह बात सामने आई है। अध्ययन से पता चला है कि ब्रेड बनाने के दौरान आटे में पोटैशियम ब्रोमेट तथा पोटैशियम आयोडेट का इस्तेमाल किया जाता है। पोटैशियम ब्रोमेट से शरीर में कैंसर का खतरा रहता है जबकि पोटैशियम आयोडेट से थायरॉयड होने का डर है।

कई देशों में ब्रेड बनाने में इन केमिकलों के इस्तेमाल पर बैन लगा दिया गया है लेकिन भारत में इन पर प्रतिबंध नहीं है। सीएसई के मुताबिक भारत में ब्रेड बनाने वाली ज्यादातर कंपनियां इन केमिकल्स का इस्तेमाल करती हैं।

पोटॉशियम ब्रोमेट आटे में न तो रंग होता है और न ही स्वाद। सबसे बड़ी बात यह कि इसकी गंध भी होती है। यह ऐसा जहरीला पदार्थ है जो स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक है। पोटाशियम ब्रोमेट पर प्रतिबंध लगाने वाले देश कनाडा, नाइजीरिया, साउथ कोरिया, ब्राजील और पेरू हैं। दरअसल पोटाशियम ब्रोमेट से इंसान के शरीर में पेट दर्द होता है और उसे उल्टियां भी होती हैं। यहां पर फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने इसके इस्तेमाल की अनुमति दे रखी है।दरअसल खाद्य सुरक्षा नियम के मुताबिक पोटाशियम ब्रोमेट और पोटाशियम आयोडेट के लिए एक मात्रा निर्धारित की गई है लेकिन भारत में कई बेकरी इसका उल्लंघन करती हैं।

जांच में पता चला है कि हार्वेस्ट गोल्ड ब्रैंड के सैंडविच ब्रेड और परफेक्ट ब्रांड के ब्रेड में पोटाशियम ब्रोमेट की मात्रा मिली है। चौंकाने वाली बात है कि हार्वेस्ट गोल्ड ब्रैंड के ब्रेड पर तो ये लिखा भी नहीं होता कि इसमें पोटाशियम ब्रोमेट का इस्तेमाल हुआ है।

पोटाशियम ब्रोमेट के इस्तेमाल से बीमारी की वजह से ही दुनिया के कई देशों में ब्रेड बनाने में इसके इस्तेमाल पर रोक है। यही वजह है कि सीएसई ने भारत में भी इसके इस्तेमाल पर रोक की मांग की है। इसके अलावा इसमें पोटेशियम आयोडेट के इस्तेमाल को भी रोकने की सिफारिश CSE ने की है। इसकी वजह से थॉयरॉयड से संबंधित बीमारियों को होने का खतरा बढ़ जाता है।

ब्रेड से कैंसर का खतरा होने की बात सामने आने के बाद स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा है कि घबराने की जरूरत नहीं सरकार जांच करेगी और जरूरी कदम उठाएगी।