मुंबई। कई बार एटीएम से सिर्फ 500 या 1000 रुपये के नोट मिलने के ग्राहकों को परेशानी होती है। इसी दिक्कत को देखते हुए भारतीय रिजर्व बैंक ने दस फीसद एटीएम में सिर्फ 100 रुपये के नोटों की व्यवस्था करने के लिए बैंकों को निर्देश दिया है। रिजर्व बैंक ने पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर यह कदम उठाया है। बैंकों से यह भी कहा है कि वे ज्यादा इस्तेमाल वाले एटीएम में 100 रुपये के ज्यादा नोट रखने की व्यवस्था करें।

एटीएम से रकम उड़ाने वाले शातिरों ने एक से एक तरकीब निकाली है। इन दिनों खास तरह की शिकायत थाने पहुंच रही है। कई मामलों में बताया गया है कि एटीएम में रकम निकालने की प्रक्रिया के दौरान कंप्यूटर की स्क्रीन काली हो जाती है।

ग्राहक को लगता है मशीन ने काम करना बंद कर दिया,  जब वह वहां से चला जाता है तो थोड़ी देर के बाद एटीएम से रकम की निकासी हो जाती है। स्क्रीन काली होने के बाद रकम निकलने वाली वारदात में तेज तर्रार व पढ़े लिखे लोग भी शिकार बन रहे हैं।

आईटी विशेषज्ञों की मानें तो थोड़ी देर के लिए मशीन को हैंग करा दिया जाए तो ऐसा किया जा सकता है। इसके लिए शातिर क्या तरीका अपना रहे हैं,  यह कहना मुश्किल है। या फिर ऐसा भी हो सकता है कि मशीन खुद से हैंग हो रही हो और ग्राहक को लगता है कि रकम अब नहीं निकलेगी, लेकिन जैसे ही मशीन काम करना शुरू करती है, जो प्रक्रिया पहले हो चुकी थी, वहीं से काम करती है और जो रकम पूर्व में निकालनी थी वही रकम फेंक देती है। जो व्यक्ति वहां उस वक्त होता है,  रकम उसके हाथ लग जाती है।

झारखंड में धनबाद के माडा कॉलोनी निवासी शत्रुघ्न गिरि के साथ सोमवार को ऐसी ही घटना हुई। हीरापुर स्थित एटीएम में स्क्रीन काली हो गई और बाद में 20 हजार रुपये निकल गए। वहीं हीरापुर तेलीपाड़ा निवासी गंगेश्वर महतो के साथ भी ऐसी ही घटना हुई। सारी प्रक्रिया पूरी करने के बाद जब रकम नहीं निकली तो वह काउंटर से निकल गए। थोड़ी देर बाद रकम निकल गई।

जिन एटीएम में इस तरह की वारदात हो रही हैं,  उन स्थानों से रकम निकासी से बचना चाहिए। स्क्रीन काली होने के बाद तब तक उक्त एटीएम में रहना चाहिए जब तक स्क्रीन पुनः वापस नहीं आती। इसके बाद देख लें आपकी रकम निकली है या नहीं,  फिर एटीएम छोड़ें।