नई दिल्ली।

योगी सरकार उत्‍तर प्रदेश के गंभीर मरीजों के लिए एक नया तोहफा लेकर आई है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में एडवांस एंबुलेंस सेवा का शुभारंभ किया। गंभीर मरीजों के लिए ये सेवा नि:शुल्क और एडवांस लाइफ सपोर्ट सिस्टम से लैस होगी। एडवांस एंबुलेंस सर्विस की शुरुआत करते हुए सीएम योगी ने कहा कि स्वास्थ्य सेवा को बेहतर करने का काम जारी है। कोशिश की जा रही है कि एंबुलेंस 10 मिनट में मौके पर पहुंचे।

‘समाजवादी ‘एंबुलेंस सेवा अब यूपी सरकार के नाम से उत्तर प्रदेश की सड़कों पर दौड़ेगी। बृहस्‍पतिवार को मुख्यमंत्री ने 5 कालिदास मार्ग पर एएलएस यानी ‘एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस सेवा’ को शाम करीब 4 बजे हरी झंडी दिखाई।

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश के सभी जिलों को ऐसी दो-दो एंबुलेंस उपलब्ध कराई जाएंगी जिनमें सभी आधुनिक सुविधाएं होंगी। उन्होंने बताया कि इस एंबुलेंस में आईसीयू जैसी सुविधाएं होंगी ताकि दूर-दराज के मरीजों को सकुशल अस्पताल तक पहुंचाया जा सके। इसके साथ ही सीएम योगी ने बताया कि इस काम के लिए रकम केंद्र सरकार देगी।

इसे सुचारु रूप से लागू करना राज्य सरकार की जिम्मेदारी होगी। उन्होंने कहा कि ये योजना चाहती तो पिछली सरकार ही लागू कर सकती थी, लेकिन इच्छाशक्ति में कमी की वजह से संभव नहीं हो सका। पहले चरण में 150 एंबुलेंस को प्रदेश के 75 जिलों में दौड़ाया जाएगा।

योगी ने कहा, प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं का अभाव है, इसे देखते हुए केंद्र से ये सुविधा मिली। हालांकि इसके बावजूद राज्य ने इसका लाभ नहीं उठाया। उन्होंने पिछली अखिलेश यादव सरकार पर आरोप लगाया और कहा, राज्य सरकार ने केंद्र सरकार से इन योजनाओं के लिए पैसा इसलिए नहीं लिया, क्‍योंकि कहीं उसका क्रेडिट मोदी जी को न मिल जाए।

अपनी इस नई एम्बुलेंस सेवा के बारे में बताते हुए सीएम योगी ने कहा, इस सेवा के अंतर्गत कुल 250 एम्बुलेंस उपलब्ध कराएंगे। सभी एम्बुलेंस में किसी भी तरह की खराबी हुई तो उसकी भी जवाबदेही तय होगी। उन्होंने बताया कि यह एम्बुलेंस केंद्र की एनआरएचएम योजना के तहत चलाई जाएगी।

क्या है एएलएस सेवा?

एएलएस यानी ‘एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस सेवा’ के तहत हर जिले को दो-दो विशेष एंबुलेंस दी जाएंगी। यह निशुल्क सेवा केवल क्रिटिकल मरीजों को मिलेगी। हर मुख्यालय में उपलब्ध होगी या एंबुलेंस एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल ले जाने का काम करेगी। इसके उपयोग के लिए सीएमओ डायरेक्टर या डॉक्टर से परमीशन लेनी होगी। इससे क्रिटिकल केयर के मरीज, हार्ट की प्रॉब्लम वाले गंभीर मरीज, डिलीवरी के सीरियस मरीज, नवजात शिशु या फिर किसी भी अति गंभीर मरीज को को लाभ मिलेगा।

एएलएस एम्बुलेंस के अंदर एक वेंटिलेटर लगाया गया है। वैन के अंदर एक आटोमेटेड एक्सटर्नल डिफेबरीलेटर डिवाइस लगाई गई है। इसमें एक मल्टी पैरा मॉनिटर डिवाइस लगाई गई है। इमरजेंसी में मरीजों को दी जाने वाली सभी जरूरी दवाएं उपलब्‍ध रहेंगी।