नई दिल्ली। महानायक अमिताभ बच्चन को अतुल्य भारत का ब्रांड एम्बेस्डर बनाने का फैसला फिलहाल टल गया है। पनामा पेपर्स में नाम आने के बाद सरकार ने यह कदम उठाया है। पनामा पेपर्स के जरिये ये खुलासा हुआ था कि अमिताभ और उनकी बहू ऐश्वर्या ने पनामा की एक कंपनी के जरिये ऐसे देशों में कंपनियां खोली जहां टैक्स को लेकर कोई पूछताछ नहीं होती। हालांकि सीनियर बच्चन ने यह सफाई दी है कि जिस कंपनी का जिक्र पनामा पेपर्स में किया गया है उससे उनका कोई लेना देना नहीं है। उनके नाम का दुरुपयोग किया गया है। सूत्रों के मुताबिक इस बारे में फैसला इसी महीने होने वाला था पर अब इसमें समय लगेगा।

सरकार ने आमिर खान का अतुल्य भारत के ब्रांड एम्बेस्डर से कॉन्ट्रैक्ट खत्म होने के बाद अमिताभ बच्चन और प्रियंका चोपड़ा को ब्रांड एम्बेस्डर बनाने का फैसला किया था। तब यह भी तय किया गया था कि अब ब्रांड एम्बेस्डर से सीधा कॉन्ट्रैक्ट संस्कृति मंत्रालय ही करेगा। इसके लिए मंत्रालय ने मीडिया प्लानिंग के लिए एक फर्म से कॉन्ट्रैक्ट भी कर लिया है। अमिताभ के साथ कॉन्ट्रैक्ट साइन किया जाना था। लेकिन अब मंत्रालय जांच रिपोर्ट का इंतजार कर रहा है। पनामा पेपर्स लीक मामले के बाद वित्त मंत्रालय ने जांच कमेटी बनाई है। कमेटी की रिपोर्ट से पहले संस्कृति मंत्रालय अमिताभ के साथ कॉन्ट्रैक्ट नहीं करेगा। सूत्रों का कहना है कि अब केवल प्रियंका चोपड़ा ही अतुल्य भारत की ब्रांड एम्बेस्डर होंगी।

सुपरस्टार अमिताभ बच्चन और उनकी बहू अभिनेत्री ऐश्वर्या राय बच्चन के नाम उस सीक्रेट लिस्ट में शामिल हैं जिसके खुलासे ने दुनिया भर में हड़कंप मचा दिया है। इनके नाम उन 500 भारतीय लोगों की लिस्ट में शामिल हैं जिन्होंने मध्य अमेरिकी देश पनामा की एक कंपनी के जरिये ऐसे देशों में कंपनियां खोलीं जहां टैक्स को लेकर पूछताछ नहीं होती। पनामा की कंपनी की लीक हुई जानकारी की जांच में सामने आया कि अमिताभ बच्चन का नाम समुद्री जहाज चलाने का काम करने का दावा करने वाली चार विदेशी कंपनियों के डायरेक्टर के तौर पर आया है। इनमें एक कंपनी ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड्स और 3 कंपनियां बहामास में बनाई गई हैं। ये दोनो देश टैक्स बचाने औऱ कमाई छुपाने के ठिकानों के लिए बदनाम हैं। रिपोर्ट के मुताबिक़ ये चारों कंपनियां 1993 में बनाई गईं।