राष्ट्रीय महिला आयोग ने ‘आप’ नेता आशुतोष को 8 सितंबर को आयोग मुख्यालय में हाजिर होने के लिए समन भेजा है। ओपिनियन पोस्ट से बात करते हुए राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष ललिता कुमारमंगलम ने कहा कि आशुतोष के पास एक दिन का समय है आठ तारीख को उन्हें राष्ट्रीय महिला आयोग के समक्ष पेश होना होगा। ओपिनियन पोस्ट के सवाल पूछे जाने पर की अगर वह खुद पेश नहीं होते हैं तो आयोग का क्या रूख होगा के जवाब में ललिता कहती हैं कि फिर आगे कार्रवाई की जाएगी। पहले उनके आठ तारीख को पेश होने का इंतजार है।

एनसीडब्ल्यू अध्यक्ष ने कहा कि आशुतोष के ब्लॉग से तो साफ हो जाता है कि उनके विचार महिलाओं के प्रति अच्छे नहीं हैं। वे महिलाओं को उपभोग की वस्तु मानते हैं। उनके विचार ओछे और पितृसत्तात्मक हैं।

कुमारमंगलम से पूछे जाने पर कि राष्ट्रीय महिला आयोग राजनीतिक पार्टियों में महिलाओं के प्रति होते दुर्व्यवहार को किस तरह देखती हैं तो राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष कहती हैं कि पार्टी कोई भी क्यों ना हो अगर महिलाओं के खिलाफ किसी भी तरह कोई मामला आएगा तो हम उस पर उचित कार्रवाई करेंगे और कोई भी बड़ी से बड़ी पार्टी क्यों ना हो महिलाओं के खिलाफ किसी भी गलत काम को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

मैं किसी भी पद से पहले एक महिला हूं। आशुतोष को महिलाओं की गरिमा को समझना चाहिए।  मैं तीन साल पहले बीजेपी में थी। उस समय मेरे पास दो विकल्प थे एक बीजेपी की कार्यकारिणी की सदस्यता या राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष बनना। मैंने दूसरा विकल्प चुना। रही बात महिलाओं के बारे में लिखने वाले सारे ब्लॉगर पर समान कार्रवाई की तो उन्हें ये भी याद रखना चाहिए कि साइबर क्राइम के तहत सभी आरोपियों की जांच होती है और दोषी पाए जाने पर कार्रवाई भी होती है।