डॉ. हिमंत विश्वशर्मा सोनोवाल कैबिनेट के सबसे प्रभावशाली मंत्री हैं। वित्त, शिक्षा, स्वास्थ्य व पर्यटन सहित और कई विभागों के मंत्री होने और नार्थ-ईस्ट डेमोक्रेटिक अलायंस का संयोजक होने के कारण उनकी व्यस्तता काफी है। सदन मोहन महाराज ने सरकार के कार्यों और उपलब्धियों पर उनसे विस्तार से बातचीत की। पेश हैं बातचीत के प्रमुख अंश:

सौ दिनों की कार्ययोजना को क्रियान्वित करने में राज्य सरकार कितनी कामयाब रही?
कोई भी सरकार अपने टॉरगेट को निर्धारित अल्पावधि में शत-प्रतिशत पूरा नहीं कर सकती। बावजूद इसके हमने महज तीन महीनों में जो कार्य किए हैं, पूर्ववर्ती कोई भी सरकार तीन सालों में भी पूरा नहीं कर पाई थी। इसलिए मुझे यह कहने में कोई गुरेज नहीं है कि हमारी सफलता का प्रतिशत पूर्ववर्ती सरकारों से बेहतर है।

क्या राज्य सरकार भाजपा के विजन डॉक्यूमेंट के मुताबिक कार्य कर रही है?
विजन डॉक्यूमेंट हमारे लिए किसी आदर्श धार्मिक पुस्तक से बढ़कर है। उसमें किए गए सभी वादों को पूरा किया जाएगा। हम उस आधार पर राज्य में परिवर्तन लाने में भी सफल होंगे।

बजट में किए गए वादों का क्या होगा?
वित्त मंत्री के रूप में मैंने पहली बार बजट पेश किया। इसलिए इसमें किए गए वादों को पूरा करना मेरी पहली प्राथमिकता होगी। विजन डॉक्यूमेंट और बजटीय वादों को पूरा कर हमने राज्य में भारी परिवर्तन की रूपरेखा तैयार की है। राज्यवासियों की इच्छा और आकांक्षाओं पर खरा उतरने की हम पूरी कोशिश करेंगे।

शिक्षा क्षेत्र के लिए आपकी क्या योजना है?
मेरा मानना है कि जब तक शिक्षा के क्षेत्र में आमूल-चूल परिवर्तन नहीं आएगा तब तक राज्य प्रगति के पथ पर अग्रसर नहीं होगा। इस क्षेत्र में काफी कुछ किए जाने की जरूरत है। पूरी व्यवस्था का एक बार फिर से मूल्यांकन करने की जरूरत है।हमारी सरकार आने के बाद सात हजार टीईटी शिक्षकों को स्थायी नौकरी दी गई और 11 हजार शिक्षकों की नौकरी स्थायी करने प्रक्रिया चल रही है। साथ ही शिक्षा के अन्य क्षेत्रों में सुधार के काम किए जा रहे हैं। इनके परिणाम कुछ ही महीनों में दिखने लगेंगे।

पर्यटन को लेकर क्या योजना है?
असम में पर्यटन के क्षेत्र में काफी संभावनाएं हैं। ऐसे में पर्यटन को बढ़ावा देकर राज्य का भाग्य बदला जा सकता है। इसलिए राज्य सरकार असम पर्यटन को महज राष्ट्रीय स्तर पर ही नहीं बल्कि वैश्विक स्तर पर बढ़ावा देने का काम कर रही है। इसमें केंद्र सरकार भी हमारा सहयोग कर रही है। इसके तहत केंद्र सरकार ने विश्वविख्यात मां कामाख्या धाम के विकास के लिए 33 करोड़ रुपये और राष्ट्रीय अभयारण्य काजीरंगा समेत पांच राष्ट्रीय उद्यानों के लिए 120 करोड़ रुपये जारी किया है। असम पर्यटन विकास के लिए प्रचार-प्रसार की बेहद जरूरत है। इसके लिए राज्य सरकार ने 15 करोड़ रुपये का बजट रखा है। इसके प्रचार-प्रसार के लिए पर्यटन विभाग का नया लोगो लांच किया गया है। असम में शिलांग की अपेक्षा कामाख्या धाम, माजुली, माईबांग, कार्बी आंग्लांग, उमरांग्सू, हाफलांग और शिवसागर में पर्यटकों के लिए काफी आकर्षक स्थल हैं। उन क्षेत्रों में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए विभाग की ओर से कई योजनाओं पर कार्य शुरू किए गए हैं।

क्या राज्य सरकार पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए अभिनेता-अभिनेत्रियों की सेवाएं भी लेगी?
असम पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से बॉलीवुड के कई अभिनेता और अभिनेत्रियों से संपर्क साधा गया है। काजीरंगा अभयारण्य में विदेशी पर्यटकों की संख्या हर साल बढ़ती जा रही है। उसे और आकर्षक बनाने के उद्देश्य से कई योजनाएं बनाई जा रही हैं।

स्वास्थ्य क्षेत्र के विकास के लिए सरकार क्या कर रही है?
स्वास्थ्य क्षेत्र के विकास के लिए काफी कुछ किया जा रहा है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती के मौके पर गुवाहाटी में कैंसर अस्पताल का शुभारंभ होगा। राज्य में कैंसर रोगियों की बढ़ती संख्या ने हमारी चिंता बढ़ा दी है। ऐसे में इस बीमारी के इलाज के लिए लोगों को बाहर न जाना पड़े, इसकी व्यवस्था करने में लगे हुए हैं। साथ ही जिला अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों में भी कैंसर रोगियों के इलाज की व्यवस्था की जा रही है। राज्य में चिकित्सा शिक्षा और इलाज के लिए नए-नए मेडिकल कॉलेजों को खोला जा रहा है। उम्मीद है कि आने वाले पांच वर्षों के भीतर चिकित्सा के क्षेत्र में हमारी स्थिति और मजबूत हो जाएगी। यहां के लोगों को इलाज के लिए अन्य राज्यों में जाने को बाध्य नहीं होना पड़ेगा।

नार्थ-ईस्ट डेमोक्रेटिक अलायंस (नेडा) की क्या स्थिति है?
नेडा का एकमात्र उद्देश्य पूर्वोत्तर को कांग्रेस मुक्त क्षेत्र बनाना है। इसके लिए यह संगठन काम कर रहा है। आगामी मणिपुर विधानसभा चुनाव में भाजपा को जिताना हमारी पहली प्राथमिकता होगी। मणिपुर में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के साथ क्षेत्र के स्थानीय नेता चुनाव प्रचार करेंगे।