प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी समेत सभी राजनैतिक पार्टियों ने तुर्की के इस्तांबुल में हुए हमले पर शोक जताया है। प्रधानमंत्री मोदी ने घटना को  आमनवीय करार दिया। उन्होंने मृतकों के परिजनों के प्रति सहानुभूति जताई है।

भारतीय दूतावास ने तुर्की में हुए हवाई हमलों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी भी किया है। दरअसल,,  इस्तांबुल का अतातुर्क इंटरनेशनल एयरपोर्ट मंगलवार को धमाकों से हिल गया। एयरपोर्ट पर दो आत्मघाती बम विस्फोट और फायरिंग की घटना को अंजाम दिया गया, जिसमें 36 लोगों की मौत हो गई, जबकि 147 घायल होने की खबर है। बताया जा रहा है कि एयरपोर्ट में तीन हमलावर घुसे थे। इनमें से दो ने एंट्री गेट को निशाना बनाते हुए खुद को उड़ा लिया।

भाकरतीय समयानुसार रात करीब साढ़े ग्यारह बजे यह हमला किया गया। तुर्की के जस्टिस मिनिस्टर ने बताया कि हमलावरों ने पहले सुरक्षाबलों पर एके-47 से हमला किया। तुर्की के प्रधानमंत्री ने इन हमलों के पीछे ISIS का हाथ होने का शक जताया है। साथ ही पूरी दुनिया से मिलकर आतंकवाद का सामना करने की अपील की है।

मीडिया में आ रहीं खबरों के मुताबिक विस्फोट में अब तक 36 लोगों की मौत हुई है और 140 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। हमले में पांच पुलिसकर्मियों की मौत की भी खबर आ रही है ।

सुरक्षा के कड़े इंतजाम

हमले के बाद एयरपोर्ट पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। हालांकि एयरपोर्ट से फ्लाइटस का संचालन शुरू होने में अभी समय लगेगा।

प्रशासन की ओर से राहत और बचाव कार्य जारी है, हालांकि इस घटना के बाद एयरपोर्ट पर अफरा-तफरी मच गई। अभी तक किसी भी आतंकी ग्रुप ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है । लेकिन माना जा रहा है कि इसके पीछे आईएसआईएस का हाथ हो सकता है।

अमेरिका ने तुर्की में हुए हमले की कड़ी निंदा करते हुए एक प्रेस रिलीज जारी कर कहा कि अतातुर्क एयरपोर्ट ब्रसेल्स एयरपोर्ट की तरह ही अंतर्राष्ट्रीय संबंधों का प्रतीक है, जो हमें एक सूत्र में बांधता है। व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव ने मारे गए लोगों और उनके परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए घायलों के जल्द से जल्द ठीक होने की कामना की है।