देब दुलाल पहाड़ी।

भारत के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु ने गुरुवार को दिल्ली में स्पोर्ट्स गुड्स प्रमोशन काउंसिल (एसजीईपीसी) द्वारा 2015-16 और 2016-17 के दौरान विभिन्न खेल सामग्री और खिलौना उत्पादकों की उपलब्धियों और सराहनीय निर्यात व्यापार प्रदर्शन के लिए निर्यातकों को पुरस्कार समारोह में सम्मानित किया।

खेल सामग्री और खिलौना उद्योग से जुड़े उद्योगपतियों को संबोधित करते हुए केंद्रीय वाणिज्य मंत्री सुरेश प्रभु ने बताया कि खेल के सामान और खिलौने, दुनिया के व्यापक व्यापारिक वस्तुओं में से हैं। भारत में कुशल कर्मचारियों के विशाल भंडार के साथ, सहायक उद्योगों के सहयोग और मूल कच्चे माल की उपलब्धता इस क्षेत्र में एक अलग प्रतिस्पर्धात्मक लाभ है। यह अत्यंत सुखद है की अमेरिका, यूके और जर्मनी जैसे सबसे विकसित देश भारतीय खेल सामान और खिलौनों के सबसे बड़े खरीदार हैं। उन्होने उद्योग द्वारा हासिल की गई सफलता पर प्रसन्नता जताई और विश्वास व्यक्त किया की इस क्षेत्र को और अधिक क्षमता से विकसित किया जा सकता है।

वाणिज्य संयुक्त सचिव अनिता परवीन ने खेल के सामान और खिलौने के विश्व परिदृश्य को बताया और उसमें भारत की मज़बूत स्थिति और खेल के सामान और खिलौने के निर्यातकों के लिए उपलब्ध सुनहरे अवसर को बल दिया।

केंद्रीय वाणिज्य मंत्री सुरेश प्रभु एसजीईपीसी अवार्ड्स देते हुए
केंद्रीय वाणिज्य मंत्री सुरेश प्रभु एसजीईपीसी अवार्ड्स देते हुए

इस अबसर पर, एसजीपीसी के चेयरमैन श्री धर्म महाजन ने कहा कि  खेल के सामान और खिलौनों के निर्यात में हो रही निरंतर प्रगति, प्रतिस्पर्धी अंतरराष्ट्रीय वातावरण में इंगित करता है कि भारतीय उद्योग अंतरराष्ट्रीय आवश्यकताओं और वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए पूर्ण रूप से तैयार है। थोड़ा और उत्पाद विकास और एक आक्रामक विपणन दृष्टिकोण के साथ, भारतीय खेल के सामान और खिलौने उद्योग आगे इस क्षेत्र की विशाल क्षमता तक पहुंच सकते हैं।

सबसे ज़्यादा निर्यात के लिए गारवेयर वॉल रोप्स लिमिटेड, पुणे को इसके अलावा स्पोर्टिंग सिंडिकेट प्राइवेट लिमिटेड, जालंधर और भल्ला इंटरनेशनल, मेरठ प्लैटिनम श्रेणी में सम्मानित किये गए । समारोह में खिलौना निर्यातक फ़न्स्कूल, क्रिकेट सामग्री निर्माता एसजी स्पोर्ट्स, टेबल टेनिस सामग्री निर्माता स्टैग, स्केटिंग से जुड़े सामान के निर्माता योंकर, क्रिकेट सामग्री निर्माता बीएएस, और बोर्ड गेम्स निर्माता फ्रैंक के अलावा कई अन्य ब्रांडों और निर्यातकों को भी पुरस्कृत किया गया।